भारत और इंग्लैंड के बीच बुधवार से अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला शुरू होने जा रहा है। यह मैच भारतीय टीम के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा के लिए काफी खास रहेगा, क्योंकि वो इस मैच में उतरते ही देश की तरफ से 100 टेस्ट खेलने वाले मात्र दूसरे तेज गेंदबाज बन जाएंगे। ईशांत के 100वें टेस्ट की उपलब्धि पर टीम के कप्तान विराट कोहली ने एक पुराना वाकया याद करते हुए कहा है कि जब ईशांत भारत के लिए चुने गए थे तब दोपहर का वक्त था और वह सो रहे थे और मुझे उन्हें बिस्तर से कि’क मा,रकर उठाना पड़ा और फिर उन्हें बताया कि तुम्हें भारतीय टीम में चुना गया है।
विराट ने बताया कि ईशांत मुझ पर विश्वास नहीं कर रहे थे आज हम कितनी आगे आ गए हैं। उनके 100वें टेस्ट में खेलने से मुझे बहुत खुशी हो रही है। ईशांत के पिछले चार या पांच सालों के शीर्ष प्रदर्शन को देखे तो पता चलता है कि उन्होंने अपने करियर के अधिकांश हिस्से को कुछ सामान्य आं,कड़ों के साथ बिताया है। ईशांत की वापसी तब शुरू हुई जब उन्होंने ससे-क्स में ऑस्ट्रेलिया दिग्गज जे-सन गि,लेस्पी के अंदर सीखना शुरू किया कि कैसे अपनी बॉ,लिंग की स्पीड के साथ समझौता किए बिना फुल लें,थ पर गेंदबाजी की जाए।
भारतीय कप्तान ने कहा मैं उनके साथ काम करने के लिए सबसे अधिक उत्सा,हित था और सच में एक आ,क्रामक तेज गेंदबाज के रूप में वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को बाहर लाए हैं। जब मैंने कप्तानी संभाली तो तुरंत कुछ क्लिक किया वह मेरी मा,नसिकता को जानते हैं यही भरोसे का सबसे बड़ा कारण है। मैं उन्हें अंदर बाहर से जानता हूं मुझे पता है कि वह सलाह का जवाब देंगे वह जानते हैं कि मैं उनकी यो,जनाओं को भी सुनता हूं।
विराट ने कहा मुझे लगता है कि इसने हम दोनों के लिए बहुत अच्छा काम किया है सिर्फ एक तेज गेंदबाज के रूप में नहीं बल्कि मेरे लिए एक कप्तान के रूप में उस तरह का अनुभव और वह जिस तरह की निरंतरता के साथ आ-क्रम-णकारी ला,इनों और लंबाई के साथ गेंदबाजी करते हैं। मैं पिछले चार-पांच सालों से ईशांत को अपनी गेंदबाजी का आ,नंद उठाते हुए देख बहुत खुश हूं और सच में वह भारतीय तेज-गेंदबाजी स,मूह के दि,ग्गज बन गए हैं। मैं ईशांत के 100वें मैच के वक्त मैदान पर उपस्थित होने को लेकर बहुत उ,त्साहित हूं।