क्रिकेटर्स की महंगी फीस के बारे में सभी अच्छी तरह से वाकिफ है. मौजूदा समय में क्रिकेट खिलाड़ी एक मैच खेलने पर ही लाखो रूपये कमा लेते है. क्रिकेट के बाजारीकरण के दौर में जहां खिलाड़ी करोड़ो रूपये सालाना कमाते है, वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे भी है जिन्होने क्रिकेट खेला मगर मैच फीस नहीं ली। इन खिलाड़ियों के ऐसा करने के पीछे जो वजह थी उसे जानकर आप भी इन्हे सलाम करेंंगें।
ये है वो क्रिकेटर्स
अपनी टीम के लिए बिना मैच फीस के क्रिकेट खेलने वाले वाले 5 खिलाड़ियों में से 4 दक्षिण अफ्रीका के हैं इनमें हाशिम अमला, इमरान ताहिर, फरहान बरहदीन और वायने पर्नेल शामिल हैं। इस लिस्ट में एक नाम भारतीय क्रिकेटर परवेज रसूल का भी शामिल है।
जानिये क्या है वजह
दरअसल, दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट को ‘कासल बियर’ नामक एक शराब की कंपनी स्पॉसर करती है। स्पॉसर कंपनी का लोगो सभी खिलाड़ियों की जर्सी पर नजर आता है। जिसके चलते कंपनी की तरफ से सभी खिलाड़ियों को मैच फीस दी जाती है। लेकिन ये चार दक्षिण अफ्रीकी टीम के ऐसे इकलौते खिलाड़ी है जिनकी जर्सी पर इस कंपनी का लोगो बना हुआ नहीं है. इसका कारण यह है की यह चारो इस्लाम धर्म का पालन करते है. और इस्लाम में शराब बैन है. इसके अलावा इनका तर्क है कि शराब सेहत के लिये हानिकारक होती है. जिस वजह से वह इसका समर्थन नहीं करते है.
आईपीएल 2013 में भारतीय क्रिकेटर परवेज रसूल पुणे वॉरियर टीम का हिस्सा थे। इस दौरान उन्होने अपनी जर्सी पर लगे एक शराब की कंपनी के लोगो को काली टेप से ढंक दिया था।
अगर देखा जाए तो इन चारो क्रिकेटर्स का यह काम बेहद नेक है. बेहतर है किसी भी बड़े सेलिब्रेटीक को ऐसी किसी चीज के प्रचार से बचना चाहिए तो लोगो की सेहत पर बुरा असर डाले.
पर्नेल 2011 में बने थे मुस्लिम
आपको बता दें की वायने पर्नेल 2011 में क्रिश्चन धर्म से मुस्लिम में कन्वर्ट हो गये थे. 2011 से पहले वह अपनी जर्सी पर ‘कासल बियर’ कंपनी का लोगो लगाते थे. लेकिन अब वह इसका का समर्थन नहीं करते है.