ये कहना गलत नहीं होगा कि सानिया मिर्जा भारत की सर्वश्रेष्ठ महिला टेनिस खिलाड़ी हैं. जनवरी 2020 में जब वो पहली बार मां बनने के बाद टेनिस कोर्ट पर लौटीं तो उनमें न तो खेल के लिए उत्साह में कोई कमी दिखी और न ही अपने खेल के लिए महत्व में कोई कमी दिखाई दी.
उनके श,क्तिशाली फोरहैंड से ये सब जाहिर था. ये वही सानिया मिर्जा हैं जो छह बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन रह चुकी थीं जो कि डबल्स में पूर्व वर्ल्ड नंबर एक और तीन बार का ओलंपिक तक का सफर तय कर चुकी हैं. रियो 2016 ओलंपिक में सेमीफाइनल तक का सफर तय करने वाली सानिया मिर्ज़ा के नाम पर 42 WTA युगल खिताब हैं.
वो अभी तक की सबसे सफल सक्रिय युगल खिलाड़ी भी हैं. वो WTA की सिंगल्स रैंकिंग के शीर्ष 30 में जगह बनाने वाली एकमात्र भारतीय हैं. सानिया मिर्ज़ा ने डबल्स में ज्यादा सफलता हासिल की है.
भारतीय टेनिस सनसनी सानिया मिर्ज़ा और पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक ने कुछ समय पहले अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ उमराह किया. शोएब और सानिया ने यूएई से उमराह के लिए यात्रा की.
आपको बता दें बई में जन्मी सानिया मिर्ज़ा बहुत कम उम्र में हैदराबाद चली गईं और 6 साल की उम्र से टेनिस खेलना शुरू कर दिया. उससे पहले उनके पिता ने उन्हें कोचिंग देना शुरू कर दिया. सानिया मिर्जा 2005 में यूएस ओपन में एक ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के चौथे दौर में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं और फिर उसी वर्ष WTA खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं.