ब्रिटिश-पाकिस्तानी एक्टर रिज अहमद को ब्रिटिश एकेडमी ऑफ फिल्म अवॉर्ड्स (बाफ्टा) के बेस्ट एक्टर कैटेगिरी में नॉमिनेट किया गया है. उन्हें ये नॉमिनेशन फिल्म साउंड ऑफ मेटल के लिए मिला है. 1982 में लंदन में पैदा हुए रिज के पेरेंट्स पाकिस्तानी हैं. हालांकि रिज का भारत से भी खास रिश्ता है. रिज अहमद शेरशाह मोहम्मद सुलेमान के वंशज है.
वे ब्रिटिश राज में पहले ऐसे मुस्लिम थे जिन्हें इलाहाबाद हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया गया था. शेरशाह मोहम्मद उर्दू कविताएं भी लिखते थे और उन्होंने महान वैज्ञानिक एलबर्ट आइंस्टीन की थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी को लेकर भी कुछ आलोचनात्मक लेख लिखे थे. साल 1929 में उन्हें अपने बेहतरीन कार्यकाल के लिए किंग जॉर्ज V द्वारा नाईट की उपाधि से भी नवाजा गया था. रिज के पेरेंट्स पाकिस्तान से 1970 के दशक में ब्रिटेन आ गए थे. रिज ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से फिलोसॉफी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स (पीपीई) की पढ़ाई की है.
ये एक प्रतिष्ठित डिग्री है और रिज से पहले ब्रिटेन के पूर्व पीएम हेरोल्ड विल्सन और डेविड कैमरून, नोबेल प्राइज विजेता मलाला और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी ऑक्सफोर्ड से इसी डिग्री से पढ़ाई की थी. माइकल विंटरबॉटम की फिल्म रोड टू ग्वांतानमो से अपने फिल्म करियर की शुरुआत करने वाले रिज को सबसे पहले साल 2010 में आई फिल्म फॉर लॉयन्स में नोटिस किया गया था. उन्होंने इसके अलावा मीरा नायर की फिल्म द रिलकटेन्ट फन्डामेंटलिस्ट में भी अहम भूमिका निभाई थी. रिज अपनी एक्टिंग के अलावा अपनी रैपिंग और म्यूजिक करियर के लिए भी जाने जाते हैं.