उत्तर प्रदेश आगरा की दो बहनों ने प्रेम और सौहार्द बढ़ाने की दिशा में एक कदम चुकी है. आगरा के संजय नगर के एक मंदिर के परिसर में खुले आसमां के नीचे हर शाम एक क्लास लगती है. हिंदू लड़की पूजा इस क्लास में करीब 35 बच्चों को कुरान की तालीम देती है.
मंदिर परिसर में हर शाम लगती है क्लास
पूजा ने 12th तक की पढ़ाई की है और अरबी भाषा के कठिन शब्दों को सही लहजे में पढ़ने वाली पूजा मुफ्त इन बच्चों को पढ़ाती है. पूजा के पास तालीम लेने आने वाले ज्यादातर बच्चे गरीब परिवार से हैं. पूजा ने बताया कि उसे बच्चों को पढ़ाने की प्रेरणा संगीता बेगम नाम की महिला से मिली थी. कुछ निजी दिक्कतों की वजह से संगीता बेगम को बच्चों की क्लास लेना छोड़ना पड़ा. गंगा जमुनी तहजीब में विश्वास रखने वाली संगीता बेगम ने पूजा से आग्रह किया कि वो बच्चों को पढ़ाना जारी रखे.
दूसरों को बांटने से और बढ़ता है ज्ञान
पूजा के मुताबिक संगीता बेगम ने उसे इसलाम का अहम सिद्धांत समझाया. इसके मुताबिक शिक्षा हासिल करने की कोई अहमियत नहीं अगर आप इसे दूसरों को बांटते नहीं हैं, वो भी बदले में बिना कुछ प्राप्त किए. पहले पूजा अपने घर में ही उन्हें पढ़ाती थी लेकिन बच्चों की संख्या बढ़ने की वजह से पूजा ने मंदिर परिसर को स्कूल बना दिया.
मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना
पूजा की बहन नंदिनी हिंदी में पोस्ट ग्रेजुएट है और वो बच्चों को हिंदी पढ़ाने के साथ गीता का ज्ञान भी देती है. संजय नगर की जिस कृपाल कॉलोनी की मलीन बस्ती में पूजा और नंदिनी पढ़ाती हैं, वहां हिंदू और मुसलमानों की मिलीजुली आबादी है. पूजा और नंदिनी, दोनों का बच्चों को पढ़ाने का ये उत्साह देखकर उनकी मां रानी भी बहुत खुश हैं. रानी का कहना है, ‘शिक्षा बांटने से पवित्र काम कोई और नहीं हो सकता, इसलिए दोनों बेटियों पर मुझे गर्व है.
(साभार-आजतक)