गुजरात भाजपा में टिकट वितरण में भाई भतीजावाद पर रोक लगी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी ने दो टूक कहा कि मेरे राशन कार्ड में नरेंद्र भाई का नाम नहीं है। हमारे परिवार का हर सदस्य अपनी मेहनत से कमाकर परिवार का गुजारा चलाता है। राशन डीलर एसोसिएशन के राष्ट्रीय पदाधिकारी प्रह्लाद मोदी की पुत्री सोनाली मोदी ने अहमदाबाद महानगरपालिका चुनाव में भाजपा की ओर से बोडकदेव वार्ड से दावेदारी जता रखी है।

Image result for प्रहलाद मोदीमेरे राशन कार्ड में नरेंद्र मोदी का नाम नहीं
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटील स्थानीय निकाय चुनाव में 60 वर्ष की उम्र मर्यादा के साथ भाई भतीजावाद नहीं करनी की भी घोषणा की है। इसी संदर्भ में जब प्रह्लाद मोदी से पूछा गया कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ पारिवारिक संबंध के चलते क्या सोनाली को टिकट दिया जाना उचित होगा। इसके जवाब में प्रह्लाद मोदी कहते हैं कि मेरे परिवार का कोई सदस्य प्रधानमंत्री के फोटो का उपयोग नहीं करता है। भारत सरकार ने परिवार की परिभाषा के लिए राशन कार्ड को एक बुनियादी प्रमाण माना है तथा मेरे राशन कार्ड में नरेंद्र मोदी का नाम नहीं है।

Image result for प्रहलाद मोदीदेश का हर भाई बहन उनके परिवार का सदस्य
नरेंद्र भाई बचपन में ही देश को अपना परिवार मानते हुए घर छोड़ दिया था इसलिए आज से देश का हर भाई बहन उनके परिवार का सदस्य हुआ। अगर भाजपा उनकी पुत्री को परिवार का सदस्य बताकर टिकट नहीं देती है तो फिर देश का कोई युवा कैसे भाजपा से चुनाव लड़ सकता है चूंकि नरेंद्र भाई ने तो सबको अपना परिवार का सदस्य बता रखा है। उनका कहना है कि नरेंद्र मोदी ने कभी भी उनके परिवार के संबंधी तथा भाइयों को परिवार की तरह पेश नहीं किया। मोदी जब मां हीरा बा से मिलने आते हैं तब भी परिवार के सदस्य वहां मौजूद नहीं होते हैं मोदी केवल मां से मिलकर चले जाते हैं और यह उनका देश के प्रति एक समर्पित भाव है।

भाजपा अगर कोई नियम बनाती है तो उसे सब पर लागू करें
प्रह्लाद मोदी ने भाजपा पर भी दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहां की गृहमंत्री अमित शाह के पुत्र जैसा शायद ही कभी क्रिकेट के मैदान में उतरे होंगे लेकिन एशियन क्रिकेट काउंसिल के प्रमुख हैं, तथा बीसीसीआई में भी बतौर सचिव कमान संभाल रहे हैं। प्रह्लाद मोदी ने स्पष्ट कहा है कि भाजपा अगर कोई नियम बनाती है तो उसे सब पर लागू करें। पार्टी के आला नेताओं के पुत्र-पुत्रियां कई ऊंचे पदों पर विराज रहे हैं तथा कार्यकर्ताओं को उम्र तथा भाई भतीजावाद के नाम पर दरकिनार किया जा रहा है। वे अपनी पुत्री सोनाली के साथ किसी भी तरह की नाइंसाफी नहीं होने देना चाहते।

कभी सार्वजनिक रूप से उनके नाम व पद का इस्तेमाल नहीं किया
प्रह्लाद भाई का साफ कहना है कि अगर उनकी पुत्री में योग्यता है तो पार्टी को टिकट देना चाहिए। प्रह्लाद मोदी का कहना है कि मीडिया उनकी पुत्री को प्रधानमंत्री की रिश्तेदार बता रहा है लेकिन मैंने तथा मेरे परिवार के किसी भी सदस्य ने आज तक प्रधानमंत्री के दरवाजे पर लगी नेम प्लेट तक देखने नहीं गए और प्रधानमंत्री मोदी ने भी उन्हें कभी परिवार के सदस्य के रूप में आमंत्रित नहीं किया। उनका यह भी कहना है कि भाजपा ने जो भाई भतीजावाद को लेकर नियम बनाया है वह उनके परिवार पर लागू नहीं होता है। हमारे परिवार के किसी भी सदस्य तथा भाई ने प्रधानमंत्री के साथ फोटो नहीं खिंचवाई है तथा सार्वजनिक रूप से उनके नाम अथवा पद का कभी इस्तेमाल भी नहीं किया है। हम सब भाई और परिवार के सदस्य अपने अपने तरीके से आजीविका कमा कर अपने परिवारों का गुजारा चला रहे हैं। कभी किसी सरकार अथवा संगठन की मदद अथवा कोई लाभ उठाने का प्रयास भी नहीं किया।

(साभार)