वसीम जाफर ने भारत के लिए 31 टेस्ट मैचों में 1,944 रन बनाए हैं. इसमें उन्होंने पांच शतक और 11 अर्धशतक लगाए हैं. उन्होंने मुंबई के साथ अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी. वसीम जाफर जितना शांत दिखते हैं, उनके खेल में उतनी ही गहराई है.
आज जब ज्यादातर युवा खिलाड़ी IPL को ही अपना सबसे बड़ा सपना मानते हैं, जाफर 40 की उम्र में भी रणजी ट्रॉफी में रिकॉर्ड बनाये. वसीम जाफर रणजी ट्राफी के इतिहास में 11 हजार रन बनाने वाले देश के पहले बल्लेबाज हैं. दूसरे नंबर पर उनकी ही टीम के अमोल मजूमदार 9,202 रनों के साथ कब का रिटायरमेंट ले चुके हैं.
भारत के लिए 31 टेस्ट मैच खेल चुके वसीम जाफर का सफर बहुत कठिनाइयों के साथ यहां तक पहुंचा. पिता मुंबई में बस ड्राइवर थे. चार भाइयों में वसीम सबसे प्रतिभावान थे. क्रिकेट का जुनून बचपन से ही था. लेकिन एक ड्राइवर पिता के लिए क्रिकेट का साजो-सामान खरीदना इतना आसान नहीं था.
वसीम के साथ खेलने वाले और कोच सभी कहते थे ये आगे चलकर देश के लिये खेलेगा. इससे परिवार की हिम्मत बढ़ती. जब जाफर को बल्ला खरीदना होता तो परिवार के लोग अपना जेब खर्च और जो भी पैसा उनके पास होता उसे जमा करते.
कई महीनों बाद जब रकम ज्यादा हो जाती तो फिर बल्ला खरीदा जाता. इस तरह वसीम जाफर का बचपन का क्रिकेट का सफर आगे बढ़ता रहा. वसीम जाफर ने आयशा से निकाह किया. आयशा जाफर काफी सुंदर और संस्कारी हैं.