पठान भाइयों ने बदला 143 साल का इतिहास, इतिहास रच सभी क्रिकेटर्स को पछाड़ा, बने भारत की जीत की गां’रटी
क्रिकेट इतिहास में वैसे तो कई भाईयों की जोड़ियां एक साथ मैदान पर उतरी. लेकिन जो उ,पलब्धि और जीत की जिस मि,साल के लिए भारतीय क्रिकेट के पठान बंधु युसूफ पठान और इरफान पठान जाने गए वो अपने आप में थोड़ा अलग है. पठान बंधुओं की जोड़ी फाइनल मैच में भारत की जीत की गा,रंटी हैं.
दोनों भाईयों ने अब तक 2 फाइनल साथ में खेले और दोनों जीते हैं. पहली बार दोनों ने साथ में एक बड़ा फाइनल 2007 T20 वर्ल्ड कप खेला और भारत उसमें जीता. इसके बाद दूसरा बड़ा फाइनल दोनों भाईयों ने रोड सेफ्टी वर्ल्ड T20 सीरीज का खेला और इंडिया लीजेंड्स को जीत दिलाई.
पठान बंधु फाइनल मुकाबले में साथ हों तो टीम की जीत की गा,रंटी ही नहीं बनते हैं बल्कि उस मुकाबले में अपने प,रफॉ,र्मेन्स से जीत के हीरो भी बनते हैं. साल 2007 T20 वर्ल्ड कप के फाइनल में इरफान पठान टीम इंडिया के मैन ऑफ द मैच बने थे. रोड सेफ्टी वर्ल्ड T20 सीरीज के फाइनल में इंडिया लीजेंड्स के लिए और इससे पहले IPL 2008 के फाइनल में राजस्थान रॉ,यल्स के लिए युसूफ पठान जीत के हीरो बने थे.
पठान बंधु छक्के लगाने में भी लाजवाब हैं दोनों भाईयों के बीच रोड सेफ्टी T20 सीरीज में इसे लेकर शानदार हो,ड़ मची. छक्के जमाने के खेल में दोनों भाई टूर्नामेंट में युवराज सिंह के 17 छक्कों के बाद दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे. युसूफ पठान ने 10 छक्के लगाए तो इरफान पठान ने 9 छक्के जड़े.