शि’या व’क्फ बो’र्ड के पू’र्व चे’यरमैन वसीम रिजवी ने सु’प्री’म को’र्ट में एक या’चि’का दा’य’र की है। इसमें उन्होंने मांग की है कि कु’रा’न से 26 आ’य’तों को हटाने का आ’दे’श दिया जाए। ऐसे में वसीम रिजवी के खि’ला’फ मु’स’ल’मानों के बीच काफी आ’क्रो’श है। वहीं शि’या और सु’न्नी ध’र्म गु’रु’ओं ने करोड़ों मु’स’ल’मानों के म’ज’ह’बी ज’ज्बातों से खि’ल’वा’ड़ का आरोप लगाते हुए वसीम रिजवी के खि’ला’फ क’ड़ी का’र्र’वा’ई की मांग की है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कौन हैं वसीम रिजवी, जिनके ब’या’नों और उठाए गए क’द’मों से लोग गु’स्सा’ए हुए हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जन्मे वसीम रिजवी खुद एक शि’या मु’स्लिम हैं। रिजवी एक सामान्य परिवार से ता’लु’क्क रखते हैं। उनके पिता रेलवे के कर्मचारी थे। रिजवी जब क्लास 6 की पढ़ाई कर रहे थे तो उनके वालिद का इं’त’का’ल हो गया। इसके बाद रिजवी और उनके भाई-बहनों की जिम्मेदारी उनकी वा’ल’दा पर आ गई। रिजवी अपने भाई-बहनों में सबसे बड़े थे।
वसीम रिजवी ने नगर निगम का चुनाव लड़ने का फैसला किया। यहीं से उनके राजनीतिक करियर की शुरूआत हुई। इसके बाद वो व’क्फ बोर्ड के सदस्य बने और उसके बाद चेयरमैन के प’द तक पहुंचे। हालांकि रिजवी अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहें। राजनीतिक जानकारों की माने तो रिजवी ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए मु’स्लि’म वि’रो’ध का सहारा लिया है।
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बहुत से म’द’र’सों में आ’तं’की ट्रे’निंग दी जाती है, आधुनिक शिक्षा नहीं दी जाती
जा’न’वरों की तरह बच्चे पै’दा करने से देश को नु’क’सान
कु’रा’न की 26 आ’य’तों को हटाने की मांग