अगर किसी मु,सलमान म,र्द या ओरत की इस दिन व,फात हो जाती है तो इसके ए,वज में अ,ल्लाह त,आला र,ब्बुलआलमीन उसको क,ब्र के अ,ज़ाब से म,हफूज़ कर देते हैं| वेसे एक ई,मान वाले को चाहिए की क,ब्र के अ,ज़ाब से म,हफूज़ होने के लिए वो अपने दी,न और ई,मान पर हमेशा का,यम रहे| और न,माज़ की पा,बंदी जो आज हमारे मु,सलमान भाई नही कर पा रहे हैं ये बहुत ही ज़रूरी है|

जानें, क्यों जरूरी मानी जाती है जुम्मे की नमाज - Significance of friday and namaz on jumma - Latest News & Updates in Hindi at India.com Hindiवो हदी,स यह है
अ,ब्दुल्लाह बि,न अ,म्र रदी अ,ल्लाहू अ,न्हु से रि,वायत है की र,सूल-अ,ल्लाह स,ललल्लाहू अ,लैही व,सल्लम ने फ,रमाया है कि जिस मु,सलमान की व,फात जु,मे के दिन या फिर जु,मे की रात को होती है, उसको अ,ल्लाह सु,बहानहु क़,ब्र के फि,तने से म,हफूज़ रखता है| र,सूल-अ,ल्लाह स,ललाल्लाहू अ,लैही व,सल्लम ने एक शख्स को ये दु,आ करते हुए सुना|

अ,ल्लहुम्मा इ,न्नी अ,सअलूका अ,न्नी अ,शहदु अ,न्नका अ,न्तलल्लाहु ला इ,लाहा इ,ल्ला अ,न्त अ,ल अ,हदुस-समद अ,ल-लज़ी लम यलिद वा लम युलद वा लम य,कुल्लाहू कु,फ़ुवन अहद| आप हु,ज़ूर (स.अ.व.) उस शख्श की ये आ,यात सुनकर रहा नहीं गया और वे उससे कहने लगे|

स,लअल्लाहू अ,लैही वस,ल्लम ने फरमाया ऐ अ,ल्लाह के नेक बन्दे तूने अ,ल्लाह को ऐसे नाम से पुकारा है, की जब कोई इस नाम से उस खु,दा से कुछ भी माँगता है तो वो इस दुआ को हरगिज़ खाली नहीं जाने देता| जब इसके ज़रिए दु,आ की जाती है तो क़ु,बूल की जाती है| दोस्तों ये सभी भाइयों को शेयर करना मत भूलना|