इजराइल में हुए आम चुनावों में कांटे की टक्कर के बाद यूनाइटेड अरब लिस्ट नामक इस्लामिक किंग मेकर के रूप में सामने आई है. 120 सीट वाली इजराइल की संसद ‘नेसेट’ के लिए हुए चुनावों में बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाली सत्ताधारी पार्टी लिकुड़ और उसके सहयोगीयों को 59 सीटे हासिल हुई हैं. वहीं विपक्षी पार्टी को 56 सीटें मिली हैं. ऐसे में इजराइल में किसकी सरकार होगी इस बात का फैसला इस्लामिक पार्टी करेगी.Israel election: New poll due after unity government crumbles - BBC News
अरब देशों और फिलिस्तीन से अच्छे रिश्तों की पक्षधर यूनाइटेड अरब लिस्ट पार्टी को 5 सीटें मिली हैं. जो कि नेतन्याहू की किस्मत का फैसला कर सकती है. नेतन्याहू अपनी कट्टर राष्ट्रवादी विचारधारा के लिए जाने जाते हैं. नेतन्‍याहू फिलिस्‍तीनियों को अधिक छूट दिए जाने या फिर गाजा पट्टी में इजरायली कॉलोनियों के विस्‍तार को रोके जाने के खिलाफ रहे हैं. इसके विपरीत राम पार्टी का इन मुद्दों पर दूसरा नजरिया रहा है. ऐसे में दो अलग अलग विचारधारा की पार्टी साथ आएगी या नहीं ये तो आने वाला समय ही बताएगा.Netanyahu's premiership rests on unlikely alliance with Islamists | Financial Times

इस पार्टी ने फिलहाल किसी को समर्थन देने की घोषणा नहीं की है लेकिन हालात को देखते हुए इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि यूनाइटेड अरब लिस्ट, जिसे हिब्रू में राम कहा जाता है, इस बारे में फैसला कर सकती है कि इजराइल के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे नेतन्याहू सत्ता में रहेंगे या नहीं।