भारत के सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कलाई के फ्रेक्चर के उबरने के बाद राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में ‘लो-इंटेंसिटी’ (धीमी रफ्तार) गेंदबाजी शुरू कर दी है जिससे उम्मीद जगी है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के अंतिम दो टेस्ट मैचों में चयन के लिये उपलब्ध हो सकते हैं.

Image result for मोहम्मद शमीशमी को 19 दिसंबर को एडीलेड में भारत की दूसरी पारी के दौरान पैट कमिंस की शार्ट गेंद लगी थी. इससे उनकी कलाई में हेयरलाइन फ्रेक्चर हो गया था जिससे उन्हें रिटायर होना पड़ा. इसके बाद वह आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से ही बाहर हो गये और उन्हें रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम के लिये स्वदेश लौटना पड़ा. शुक्रवार को शमी ने बेंगलुरू की अकादमी में गेंदबाजी करते हुए खुद का वीडियो ट्वीट किया जिसमें वह नवदीप सैनी के साथ हैं जिन्हें ब्रिसबेन में अंतिम टेस्ट में पहली पारी के दौरान ग्रोइन चोट लग गयी थी.

Image result for मोहम्मद शमीइसकी जानकारी रखने वाले सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘‘शमी की कलाई अब ठीक है. वह अगले कुछ दिनों तक नेट पर धीमी रफ्तार से गेंदबाजी करेगा. उसे एक दिन में 50 से 60 प्रतिशत प्रयास से करीब 18 गेंद गेंदबाजी करने की सलाह दी गयी है. शमी ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें वो गेंदबाजी करते हुए दिख रहे हैं.

वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ‘हमेशा इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि आप कितनी दूर आए हैं, बजाय इसके कि आपको कितनी दूर जाना है.’ पिछले 3 सालों के अंदर शमी ने अपनी फिटनेस और गेंदबाजी में कमाल का परिवर्तन किया है. शमी इस समय भारत के अग्रणी तेज गेंदबाज हैं. गौरतलब है कि पहले टेस्ट में इशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह भारतीय प्लेइंग इलेवन में बतौर तेज गेंदबाज खेल रहे हैं. भारतीय टीम पहले टेस्ट में 3 स्पिन गेंदबाज के साथ उतरा है.

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