पाकिस्तानी पेसरों ने अपनी  पेस और स्विंग से दुनिया के बल्लेबाजों को परेशान किया हुआ है, उनमें से एक 19 साल के युवा नसीम शाह (Naseem Shah) हैं. इंग्लैंड के खिलाफ टी20 विश्व कप फाइनल (T220 World Cup Final) में एक बार को उन्हें भले ही कोई विकेट नहीं मिला.

नसीम शाह ने चार ओवरों में 30 रन खर्च कर डाले थे, लेकिन उन्होंने शुरुआत में जैसी सीम और स्विंग का गति के मिश्रण के साथ प्रदर्शन किया, उसने एक बार को क्रिकेट पंडितों को चौंका दिया. फाइनल में खासतौर पर सीम के साथ दिखा उछाल ऐसा रहा, जो यदा कदा देखने को मिलता है. बहरहाल, अब नसीम शाह के छोटे भाई 18 साल के हुसैन शाह (Husain Shah) ने भी प्रथमश्रेणी क्रिकेट में कदम रख दिया है. हुसैन शाह (Husain Shah) की बॉलिंग शैली भी एकदम नसीम जैसी ही है.

हुसैन शाह (Husain Shah) ने सेंट्रेल पंजाब के लिए दूसरा फर्स्ट क्लास मैच खेलते हुए दिखाया कि शाह परिवार में सिर्फ एक ही नहीं, बल्कि दो शीर्ष स्तरीय पेसर हैं. कायद-ए-आजम के ड्रम छूटे मुकाबले में हुसैन शाह (Husain Shah) ने बहुत ही शानदार अंदाज में अपना पहला प्रथम श्रेणी विकेट लिया.

यह एक तीखी गेंद थी, जिस पर ब्लोचिस्तान के बिलावल इकबाल बुरी तरह से गच्चा खा गए. गेंद उनके अनुमान के हिसाब से नहीं उठी और दस्तानों से लगगकर हेलमेट से टकरायी और गली में खड़े तय्यब ताहिर के हाथों में चली गयी. हुसैन शाह (Husain Shah) को सोशल मीडिया पर खासी तारीफ मिल रही है और उनका भविष्य एकदम उज्जवल दिख रहा है.

हुसैन शाह (Husain Shah) के पास नसीम ही तरह ही कम उम्र में अच्छी गति और स्विंग दोनों ही हैं. और यह बताता है कि पाकिस्तान में एक से बढ़कर एक युवा पेसर सामने आ रहा है. और इस देश मानो तेज गेंदबाजों की अपने आप में एक बेहतरीन फैक्ट्री है.