दक्षिण अफ्रीका के व’रिष्ठ क्रिकेटर और बेहतरीन बल्लेबाज हाशिम अमला का नाम क्रिकेट की दुनिया मे बड़े ही स’म्मान से लिया जाता हैं. अमला अब तक के क्रिकेट इतिहास के सबसे ई’मानदार क्रिकेटर में शु’मार किये जाते है. अमला उन क्रिकेटरों में से है जो आउ’ट होने के बाद अ’पील करने और अम्पायर द्वारा आ’उट देने का इंतजार करें बिना ही खुद क्री’ज छोड़ देते हैं.

हाशिम अमला ने अपना बयान देकर अपनी इ’ज्जत और बढ़ा दी है. रो’ज़े को लेकर अमला ने कहा कि यह वास्तव में मेरी कं’डीश’निंग में मदद करता है. रो’ज़ा एक ऐसी चीज है जिसके लिए मैं हमेशा त’त्पर और उ’त्सुक रहता हूं. यह वर्ष का सबसे अच्छा महीना है और मुझे बे’सब्री से इसका इंजतार रहता हैं. मैं इस र’मजान के महीने को रू’हानी और जि’स्मानी व’र्जिश रूप में देखता हूँ.

र’मजान के दौरान वर्ल्ड कप पड़ने पर दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज हाशिम अमला ने खुशी जताते हुए कहा कि रो’जे रखने से अच्छी मा’नसिक और अ’ध्यात्मिक क’सरत हो जाती है. अमला ने आईसीसी की वेबसाइट पर कहा कि इससे मुझे अ’नुकूलन में मदद मिलती है.

उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से रो’जे रखता रहा हूं. यह साल का सबसे बेहतरीन और अच्छा महीना होता है. मुझे लगता है कि इससे अच्छी मा’नसिक और अ’ध्यात्मिक क’सरत कोई और नहीं हो सकती हैं.