टेस्ट को क्रिकेट का सबसे श्रेष्ठ प्रारूप माना जाता है. इस प्रारूप में बल्लेबाजों को बड़े से बड़ा स्कोर बनाने का पूरा अवसर मिलता है.

जिसके चलते बल्लेबाज 300 रन तक बना देते हैं, तो वहीं टीमें भी एक पारी में 900 रन तक का स्कोर कर देती हैं. लेकिन इस प्रारूप में कई अवसर ऐसे भी आएं हैं जब गेंदबाज इतने हावीं हुए हैं कि टीमें 50 का आंकड़ा छूने के लिए भी तरसती नजर आई हैं. ऐसे ही एक मैच खेला गया थी आज से 66 साल पहले साउथ अफ्रीका औऱ ऑस्ट्रेलिया के बीच.

मेलबर्न में खेले गए इस मैच में साउथ अफ्रीका की टीम दोनो पारीयों में मिलकर भी 100 रन नहीं बना सकी. पहली पारी में साउथ अफ्रीकी टीम ताश के पत्तों की तरह मात्र 36 रन पर सिमट गई.

इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बल्लेबाजी की, खराब शुरूआत के बावजूद 153 रन बनाए.

मैच की तीसरी पारी में साउथ अफ्रीकी टीम फिर से लड़खड़ाई और इस बार 45 रन पर ढेर हो गई. यह मैच 109 ओवर चला. जिसमें 234 रन बने और 30 विकेट गिर गये. इस इतिहास का सबसे खराब टेस्ट भी माना जाता है.