India vs Sri Lanka: पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए दूसरे टी20 मैच  में टीम इंडिया को मौजूदा एशियाई चैंपियन श्रीलंका से हार का सामना करना पड़ा. 207 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए अक्षर पटेल और सूर्यकुमार यादव के तेज अर्धशतक के बावजूद मेजबान टीम 20 ओवरों में 190/8 ही बना सकी. जहां भारत के टॉप ऑर्डर ने निराश किया, वहीं तेज गेंदबाज भी फेल होते नजर आए. जिससे श्रीलंका ने एक मजबूत टोटल के साथ अपनी जीत की नींव रखी. सबसे अफसोसनाक ये था कि भारतीय गेंदबाजों ने सात नो बॉल फेंकी, जिनमें अर्शदीप सिंह ने पांच गेंद फेंकी.

 

मैच के दूसरे ओवर में नो बॉल की हैट्रिक लगाने की वजह से युवा तेज गेंदबाज (Arshdeep Singh) की आलोचना की गई थी. उन्होंने नौ गेंदों का ओवर फेंका, जिसमें 19 रन दिए. इसके बाद उन्होंने आखिरी ओवर में दो और नो बॉल फेंकी और 18 रन दिए.

मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स पर शो के दौरान गंभीर ने कहा, “सात गेंदों की कल्पना करो, यह 21 ओवर से अधिक गेंदबाजी करने जैसा है. हर कोई खराब गेंद फेंकता है या खराब शॉट खेलता है लेकिन यह रिदम के बारे में है. यदि आप चोट के बाद वापस आ रहे हैं, तो आपको सीधे अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेलना चाहिए. आपको घरेलू क्रिकेट पर जाना चाहिए और अपनी लय वापस प्राप्त करना चाहिए क्योंकि नो-बॉल स्वीकार्य नहीं हैं. जो कोई भी चोटिल होता है और लंबा अंतराल होता है, उसे घरेलू क्रिकेट में वापस जाना होता है, 15-20 ओवर फेंकने होते हैं, वापस आना होता है और फिर एक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलना होता है, और यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था जब अर्शदीप सिंह अपनी लय के साथ संघर्ष कर रहे थे.”

 

गंभीर ने यह भी सुझाव दिया कि खिलाड़ी नेट्स में बहुत अधिक नो बॉल फेंक रहे हैं, यही वजह है कि वे अंतरराष्ट्रीय मैचों में वही गलतियां दोहरा रहे हैं

 

भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर  को लगता है कि अर्शदीप को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए क्योंकि चोट के बाद वापसी करने के बाद साफ तौर से उनमें लय की कमी है

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