कटक में खेले गए दूसरे टी-20 मैच में भारत ने टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए 6 विकेट पर 148 रन बनाए. श्रेयस अय्यर ने सबसे ज्यादा 40 रनों की पारी खेली. जवाब में साउथ अफ्रीका ने 18.2 ओवर में 6 विकेट खोकर टारगेट हासिल कर लिया. साउथ अफ्रीका के लिए हेनरिक क्लासेन ने धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 46 गेंद में 81 रन बनाए.

भारत और साउथ अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच पांच मैचों की सीरीज में रासी वैन डर डुसैं (Rassie Van Der Dussen) सबसे ज्यादा चर्चा का कारण रहेंगे. दिल्ली में खेले गए पहले टी20 में उन्होंने शानदार पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई थी. दूसरे टी20 में वह बैटिंग में तो कोई कमाल नहीं कर पाए, लेकिन फिर भी एक खास वजह से चर्चा में आ गए.

अब इसमें उनकी गलती थी या अंपायरों की, ये फिलहाल स्पष्ट नहीं है, लेकिन इतना जरूर है कि इसके कारण फिर से रासी को लेकर बात होने लगी. असल में ये मामला एक ऐसे नियम की अनदेखी से जुड़ा है, जिसमें ICC के द्वारा हाल ही के वक्त में बदलाव किया गया है.

साउथ अफ्रीका की पारी के तीसरे ओवर में. भुवनेश्वर कुमार ने अपने इस ओवर की पांचवीं गेंद पर ड्वेन प्रिटोरियस का विकेट हासिल कर लिया. तीसरे नंबर पर भेजे गए प्रिटोरियस पिछले मैच की तरह इस बार कमाल नहीं कर सके और सस्ते में निपट गए. उन्होंने भुवनेश्वर की गेंद को डीप स्क्वायर लेग की ओर हवा में ऊंचा खेल दिया, जहां आवेश खान ने अच्छा कैच लपका.

साउथ अफ्रीका ने की नियम की अनदेखी

Imageइस विकेट के गिरने के बाद क्रीज पर आए रासी वैन डर डुसैं, लेकिन वह आखिरी गेंद के लिए भुवनेश्वर का सामना करने के बजाए नॉन-स्ट्राइक एंड पर चले गए और इसने ही सबको चौंका दिया. असल में कैच लपके जाने के दौरान बावुमा और प्रिटोरियस रन के लिए दौड़ पड़े थे और दोनों ने छोर भी बदल लिए थे, लेकिन वह आउट हो गए. अब पुराने नियमों के तहत तो स्ट्राइक बदलने पर नए बल्लेबाज को रनर के छोर से ही शुरू करना होता है, लेकिन इस साल आईसीसी ने नियम बदल दिए थे, जिसके तहत कैच लपके जाने की स्थिति में नए बल्लेबाज को ही स्ट्राइक पर आना होता है.

रासी वैन डर डुसैं की जगह ओवर की आखिरी गेंद खेलने के लिए आए और ये चर्चा का कारण बन गया. उस वक्त भुवनेश्वर लगातार बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे थे. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या साउथ अफ्रीकी कप्तान और रासी ने जानबूझकर उन्हें पहली ही गेंद पर भुवनेश्वर से बचाने के लिए ऐसा किया? या फिर ये वाकई में एक भूल थी, क्योंकि नियम ज्यादा पुराना नहीं है और ऐसे में कभी-कभार इसे लागू करने में खिलाड़ियों से भूल हो सकती है.

भुवी व रासी वैन डर डुसैं के बीच हुई गर्मागर्मी
हालांकि, सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि मैदान पर मौजूद दोनों अंपायरों ने भी इस गलती को नहीं पकड़ा. इसके बाद ओवर के बीच में शायद इसको लेकर ही रासी और भुवनेश्वर के बीच में हल्की बहस हुई, जिसे युजवेंद्र चहल और अंपायर ने मिलकर तुरंत शांत कराया. हालांकि, पिछले मैच के स्टार साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज ज्यादा देर नहीं टिक सके और पावरप्ले के आखिरी ओवर में भुवनेश्वर ने ही उन्हें बोल्ड कर दिया. वह 1 रन ही बना सके.