अगले महीने से र’म’जा’न के रो’जे शुरू हो जायेंगे. हमारे यहाँ गर्मीयों में रो’जा करीब 15 से 16 घंटे का होता है. सर्दियों में यह घटकर 12 से 13 घंटे का रह जाता है. फिर भी गर्मी हों या सर्दी रो’जा पूरा करना मुश्किल तो होता ही है. लेकिन क्या हो अगर सूरज न छिपे और पूरे दिन का रो’जा रखना पड़े क्यों पड़ गए ना सोच में
आ’र्क्टि’क स’र्कल में आने वाले देश लै’पलैं’ड, फि’नलैं’ड और स्वीडन में पूरे दिन का रो’जा आम बात है. यहां रहने वाले मु’स’ल’मा’नों को 23 घंटे का रो’जा रखना पड़ता है. इं’डि’पें’डेंट की रिपोर्ट के मुताबिक नॉ’रदर्न फ़ि’नलैंड में गर्मीयों के दिनों मे रो’जा 23 घंटे 5 मिनट का होता है. यहां केवल 55 मिनट के लिए ही सूरज छिपता है. इसका मतलब ये कि यहां इ’फ्ता’र और स’ह’री करने के लिए आपको केवल 55 मिनट ही मिलते हैं.
फि’न’लैं’ड में रहने वाले एक मु’स’लि’म श’ख्स ने बताया कि रो’जा सुबह 1.35 से शुरू होता है और रात 12.40 पर खत्म होता है. इ’फ्ता’र, त’रा’वी’ह और स’ह’री के लिए सिर्फ 55 मिनट मिलते हैं. मो’ह’म्मद कहते हैं, ‘जब मैंने उन्हें बताया कि यहां पर 23 घंटे या साढ़े 22 घंटे का रो’ज़ा रखते हैं तो उन्होंने कहा, ये विश्वास करने वाली बात नहीं है. तुम कैसे मैनेज करते होगे लेकिन खु’दा का शुक्र है कि हम मैनेज करते हैं. और सब ठीक चल रहा है.