चेतन शर्मा का दोबारा टीम इंडिया  का चीफ सेलेक्‍टर बनना तय माना जा रहा हैं. खबरों के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बर्खास्त की गई पिछली चयन समिति के अध्यक्ष को ही नया चीफ सेलेक्टर बनाए रखने का फैसला कर लिया है.

हालांकि, अभी इसका आधिकारिक ऐलान होना बाकी है. चेतन को इससे पहले 24 दिसंबर 2020 को चयन समिति का चीफ नियुक्‍त किया गया था. 3 जनवरी यानी आज चेतन शर्मा का जन्‍मदिन है. 57 साल के इस पूर्व क्रिकेटर ने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की. हालांकि उनकी किताब में कुछ पन्‍ने ऐसे भी हैं, जिन्‍हें वह कभी पढ़ना नहीं चाहेंगे.

 

चेतन शर्मा का जन्म 1966 में लुधियाना में हुआ. उनके चाचा यशपाल शर्मा 1983 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे. चेतन ने अपना इंटरनेशनल क्रिकेट डेब्यू महज 17 साल की उम्र में कर लिया था. करीब एक साल बाद चेतन ने अपना पहला टेस्‍ट मैच खेला, तब उनकी उम्र 18 साल और 288 दिन थी. चेतन करीब 5 बरस तक कपिल देव के गेंदबाजी पार्टनर रहे. उन्‍होंने अपने करियर में 23 टेस्ट और 65 वनडे मैच खेले. टेस्ट में 61 और वनडे फार्मेट में 67 विकेट लेने वाले चेतन के नाम फर्स्‍ट क्‍लास क्रिकेट में 433 विकेट दर्ज हैं. वह कुछ दिन टीवी कमेंटेटर भी रहे.

वर्ल्‍ड कप में रच दिया था इतिहास

चेतन शर्मा आईसीसी वर्ल्‍ड कप में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज थे. उन्‍होंने यह उपलब्धि 31 अक्‍टूबर 1987 को न्यूजीलैंड के खिलाफ नागपुर में हासिल की थी. चेतन ने इस मैच में लगातार तीन गेंदों पर कीवी बैटर केन रदरफोर्ड, इयान स्मिथ और इवेन चैटफील्ड को बोल्‍ड किया था. चेतन का कद ज्यादा नहीं था, लेकिन वह अपनी गेंदबाजी से बड़े-बड़े बैटर को छकाने की काबिलियत रखते थे. उन्होंने अपने पहले टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में पाकिस्‍तान के बैटर मोहसिन खान को पवेलियन भेजा. वह टेस्ट में पहले ही ओवर में विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज बने थे.

एक बॉल ने बना दिया था विलेन

चेतन शर्मा कई बार कह चुके हैं कि अब तक की उनकी जिंदगी में एक दिन ऐसा रहा है, जिसे वह कभी याद नहीं करना चाहेंगे. यह दिन था 18 अप्रैल, 1986 का. जगह थी शारजाह. मैदान में भारत और पाकिस्‍तान के बीच फाइनल मुकाबला खेला जा रहा था. पाकिस्‍तान ने 49.5 ओवर में 9 विकेट खोकर 242 रन बनाए थे. उसे आखिरी बॉल पर जीतने के लिए 4 रन की दरकार थी. सभी मान चुके थे भारत ये मैच जीत लेगा. चेतन शर्मा ने आखिरी बॉल यार्कर करने की कोशिश लेकिन, जावेद मियांदाद ने उसे फुलटॉस बनाकर छक्‍का जड़ दिया. लोगों की आखें फटी की फटी रह गईं. चेतन उस वक्‍त पूरे देश की नजरों में विलेन बन गए थे.

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