ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर एंड्रयू सायमंड्स ने सड़क हादसे (Andrew Symonds Death) में दुनिया को अलविदा कह दिया. शनिवार रात क्वींसलैंड शहर के टाउंसविले में सायमंड्स की कार सड़क से नीचे पलट गई. Andrew Symonds इस हादसे में काफी गंभीर रूप से घायल हो गये.
अस्पताल में काफी कोशिशों के बावजूद Andrew Symonds इस दुनिया से विदा हो गये. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर शेन वॉर्न की दिल का दौरा पड़ने से मौ’त हो गई थी. आपको बता दें सायमंड्स की तरह पहले भी कई क्रिकेटरों को इसी तरह सड़क हादसे में जान गंवानी पड़ी. आइये जानें-
रुनाको मॉर्टन (वेस्टइंडीज)
वेस्टइंडीज के पूर्व बल्लेबाज रुनाको मॉर्टन की भी कार हादसे में इस फानी दुनिया से विदा हुए. वेस्टइंडीज के पूर्व बल्लेबाज रुनाको मॉर्टन महज 33 साल की उम्र में दुनिया से विदा हो गये. रुनाको की कार त्रिनिडाड के सॉलमॉन हाइवे में एक पोल से जा टकराई थी. रुनाको मॉर्टन ने वेस्टइंडीज के लिए 15 टेस्ट, 56 वनडे और 7 टी20 मैच खेले थे.
बेन हॉलिऑक (इंग्लैंड)
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर बेन हॉलिऑक भी सड़क हादसे का शिकार हुए थे. बेन हॉलिऑक महज 24 साल के थे. पर्थ में उनकी कार ने नियंत्रण खो दिया था और सीधे दीवार से जा टकराई. महज 19 साल की उम्र में इंग्लैंड के लिए डेब्यू करने वाले इस क्रिकेटर की मौ’त से पूरा क्रिकेट जगत शोक में डूब गया था. बेन ने इंग्लैंड की तरफ से 2 टेस्ट और 20 वनडे मैच खेले थे.
लॉरी विलियम्स (वेस्टइंडीज)
वेस्टइंडीज के ही पूर्व ऑलराउंडर लॉरी विलियम्स ने भी सड़क हादसे में अपनी जान गंवा दी थी. जमैका में उनकी गाड़ी सामने से आ रही बस से जा टकराई जिसमें उनकी और छोटे भाई की मौ’त हो गई. लॉरी विलियम्स महज 33 साल के थे. ऑलराउंडर लॉरी विलियम्स ने वेस्टइंडीज के लिए 15 वनडे मैच खेले थे.
टॉम मायनार्ड (इंग्लैंड)
ग्लेमॉर्गन के लिए खेलने वाले इंग्लिश क्रिकेटर टॉम मायनार्ड की भी ऐसे ही हादसे में जान गई थी. दरअसल ये क्रिकेटर ड्रग्स के नशे में था जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया. पुलिस से भागते हुए वो ट्यूब ट्रेन से टकरा गए और उनकी जान चली गई. मायनार्ड की उम्र महज 23 साल थी और उन्होंने 48 फर्स्ट क्लास और 63 लिस्ट ए मुकाबले खेले थे.
ध्रुव पंडोव (भारत)
सड़क हादसे में एक टैलेंटेड भारतीय क्रिकेटर ने भी अपनी जान गंवाई थी. साल 1992 में पंजाब के फर्स्ट क्लास क्रिकेटर ध्रुव पंडोव की सड़क हादसे में जान चली गई थी वो महज 18 साल के थे. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने महज 13 साल की उम्र में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था और उन्हें भारत का भविष्य माना जाता था.