खेलों में देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को उनके फैन्स के द्वारा अपार स्नेह और प्रेम दिया जाता है.

हालांकि कई खिलाड़ी ऐसे भी रहे जिन्होंने गलत काम कर के अपने चाहने वालों को मायूस किया. आज के इस लेख में आइए जानते हैं उन पांच बड़े दिग्गजों के बारे में जो कामयाबी तक पहुंचने के बाद किसी न किसी कारण से वि’लेन बन गए. आइए जानें-

माइक टाइसन
अमेरिका के बड़े बॉक्सिंग खिलाड़ी रहे वे हैविवेड कैटेगरी में ऑल टाइम खिलाड़ियों में गिने जाते हैं लेकिन वे इसे बरकरार नहीं रख सके. 1992 में उनपर रे-प के आरोप लगे थे और 6 साल की स’जा भी हुई. 58 प्रोफेशनल फाइट में से 50 में टाइसन ने जीत दर्ज की 44 मुकाबले तो उन्होंने नॉकआउट से जीते.

डिएगो मैराडोना
अर्जेंटीना फुटबॉल टीम के कप्तान रहे और 1986 में टीम को वर्ल्ड कप का खिताब दिलाया. उन्होंने कुल 4 वर्ल्ड कप खेले, लेकिन वे ड्र’ग्स के कारण वि’वा’दों में रहे. 1994 के वर्ल्ड कप के दौरान उन्हें दो मैच बाद ही स्वदेश भेज दिया गया था. अमेरिका में हुए टूर्नामेंट के दौरान वे ड्रग टेस्ट में फेल हो गए थे. वे अर्जेंटीना टीम के कोच भी बने.

हैंसी क्रोन्ये
आज ही के दिन 'विवादित' कप्‍तान हैंसी क्रोन्ये की प्लेन क्रैश में हुई थी मौतदक्षिण अफ्रीका के सफलता क्रिकेट कप्तान में से एक क्रोन्ये 2000 में मैच फिक्सिंग में फंसे. इस मामले ने उस समय पूरे खेल जगत को हिला कर रख दिया था. इसके बाद उन पर आजीवन बैन लगा दिया था हालांकि 2002 में एक प्लेन क्रैश में उनकी मौ’त हो गई. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की ओर से 68 टेस्ट और 188 वनडे खेले. उन्होंने 300 से अधिक लिस्ट ए के मुकाबले खेले.

लांस ऑर्मस्ट्रांग
अमेरिका के बड़े साइक्लिस्ट लांस आर्मस्ट्रांग ने 7 बार टूर डी फ्रांस का खिताब जीता लेकिन बाद में उन्होंने डोपिंग स्वीकार की. इस कारण उनसे सभी टाइटल छीन लिए गए. इसके बाद उन पर 2012 में आजीवन बैन लगा दिया गया. उन्होंने 1999 से 2005 तक लगातार 7 बार टूर डी फ्रांस का खिताब जीता था.

सुशील कुमार
सुशील कुमार भारतीय रेसलिंग इतिहास के बड़े दिग्गजों में से एक हैं. आजादी के बाद वे रेसलिंग में दो मेडल जीतने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं. उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता.

(साभार-न्यूज़18)