पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम 36 रन के मामूली से स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी. टेस्ट क्रिकेट में यह दूसरा मौका था जब टीम इंडिया 50 से कम के स्कोर पर आउट हुई. इससे पहले 24 जून यानी आज ही के दिन 47 साल पहले टीम इंडिया 42 रन पर सिमट गई थी.

ये भारतीय क्रिकेट इतिहास का टेस्‍ट क्रिकेट में सबसे शर्मनाक प्रदर्शन माना जाता है. भारतीय कप्‍तान विराट कोहली के करियर में भी ये टेस्‍ट एक बदनुमा दाग की तरह चस्‍पा हो गया. मगर क्‍या आप जानते हैं उससे पहले टीम इंडिया का टेस्‍ट क्रिकेट में सबसे कम स्‍कोर क्‍या था. इससे पहले भारतीय टीम ने किसी टेस्‍ट में 42 रन पर सिमटने की शर्मिंदगी झेली थी. कब हुआ था ये मैच और किस टीम के खिलाफ इतने मामूली स्‍कोर पर सिमट गई थी टीम इंडिया? आपको देते हैं इन सभी सवालों के जवाब.

भारत और इंग्‍लैंड के बीच ये मैच 20 से 24 जून 1974 को खेला गया था. आज यानी 24 जून के दिन ही भारतीय टीम ने ये घटिया प्रदर्शन किया. दरअसल मैच में इंग्‍लैंड ने पहले बल्‍लेबाजी की और 629 रन बनाए. मेजबान टीम के लिए पारी में तीन शतक लगे. इनमें ओपनर डेनिस एमिस ने 188 रन बनाए तो चौथे नंबर पर उतरे कप्‍तान माइक डेनिस ने 118 रन की पारी खेली. वहीं टोनी ग्रेग ने 106 रन बनाकर बल्‍ले की चमक बिखेरी. उनके अलावा जॉन एड्रिच ने भी 96 रनों का योगदान दिया. डेविड लॉयड ने 46 रन बनाकर शुरुआत तो अच्‍छी की लेकिन पारी को बड़े स्‍कोर में नहीं बदल सके. भारतीय टीम की ओर से बिशन सिंह बेदी ने सबसे ज्‍यादा छह विकेट लिए तो सैयद आबिद अली और ईरापल्‍ली प्रसन्‍ना ने दो-दो बल्‍लेबाजों के शिकार किए.

इंग्‍लैंड की पहली पारी के जवाब में भारतीय टीम ने पहली पारी में 302 रन बनाए. इसमें विकेटकीपर बल्‍लेबाज और ओपनर फारूक अब्‍दुल्‍ला ने 86 रन बनाए तो गुंडप्‍पा विश्‍वनाथ के बल्‍ले से 52 रनों की पारी निकली. उनके अलावा सुनील गावस्‍कर ने 49 रन का येागदान दिया. एकनाथ सोलकर भी पीछे नहीं रहे और 43 रन बनाए.

इंग्‍लैंड के लिए क्रिस ओल्‍ड ने 4 और माइक हेंडरिक ने तीन विकेट हासिल किए. अब बारी भारतीय टीम के फॉलोऑन खेलने की थी. लेकिन दूसरी पारी में टीम इंडिया 17 ओवर के खेल में सिर्फ 42 रनों पर सिमट गई. सिर्फ एकनाथ सोलकर ही दहाई के अंक में पहुंच सके. उन्‍होंने 17 गेंदों पर नाबाद 18 रन की पारी खेली. इसके अलावा कोई भी बल्‍लेबाज दहाई तक नहीं पहुंच सका. इस पारी में क्रिस ओल्‍ड ने 5 विकेट चटकाए तो ज्‍यॉफ आर्नोल्‍ड ने चार बल्‍लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई.