हर साल हज यात्रा का किराया बढ़ता गया, जबकि हज यात्रियों की तादाद में हर साल कमी आती रही। पिछले चार साल में सवा लाख रुपये से ज्यादा का किराये में इजाफा हुआ है।हज का इतिहास - जानिए क्या है हज के शुरुआत की कहानी ?खुद्दाम-ए-हज समिति के राष्ट्रीय सचिव व हज ट्रेनर अब्दुल समद ने बताया कि वर्ष 2020 में अलीगढ़ से हज के लिए 572 लोगों का चयन हुआ था। भारत से चुने गए सभी हज यात्रियों का चयन को,रोना वा,यरस के सं,क्रमण के चलते निरस्त कर दिया गया था। वर्ष 2021 हज के लिए लगभग 202 हज यात्रियों ने हज के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है, जिनका चयन होना बाकी है।हज प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल बनाने वाला पहला देश बना भारत | भारत | DW | 02.12.2019उधर, आरिफ खान, मुस्तकीम, शबाना, शब्बन मियां का कहना है कि ऑनलाइन हज फॉर्म-2021 के लिए आवेदन किया है। यात्रा का किराया ज्यादा जरूर है, लेकिन यह फर्ज अ,ल्लाहतआ,ला के करम से हर हाल में अदा करेंगे। पहले ग्रीन व अजीजिया श्रेणी में लोग हज करते जाते थे। मगर, को,विड-19 म,हामारी की वजह से सऊदी अरब ने ग्रीन श्रेणी खत्म कर दी है।

अलीगढ़ से चयनित हज यात्री
वर्ष संख्या
2018 637
2019 519
2020 515 कोरोना काल में नहीं जा पाए थे हज यात्री
2021 202 आवेदन कर रखा है.Hajj 2019 Yatra Details mukhtar abbas naqvi - हज-2019 की घोषणा जल्द ही, जानिए बिना सब्सिडी वाली हज यात्रा का पूरा खर्चअजीजिया श्रेणी,दिल्ली से उड़ान
वर्ष खर्च
2018 2,17, 800 रुपये
2019 2,41, 600 रुपये
2021 3,44,809 रुपये
Mobile Application Will Be Applied For Haj Along With Online - हज यात्रा के लिए ऐसे करें आवेदन, जानिए कैसे मिलेगा फार्म - Amar Ujala Hindi News Liveनोट : 2020 में कोरोना के चलते किराए का आकलन नहीं हो पाया, हालांकि अगले साल हज जाने वालों की जेब पर इसका असर पड़ सकता है, और उन्हें ज्यादा किराया चुकाना पड़ सकता है.
(साभार)