र’म’जा’न का महीना चांद के दी’दा’र के साथ शुरू होता है। साल 2021 में ये प’वि’त्र महीना 13 अप्रैल से शुरू हो चुका है। पहला रो’जा 14 घंटे 8 मिनट का होने की संभावना है। र’म’जा’न के महीने में मु’स्लि’म स’मु’दा’य के लोग रो’जा रखते हैं। सू’र्यो’द’य से लेकर सू’र्या’स्त तक भू’खे प्या’से रहकर अ’ल्ला’ह की इ’बा’द’त की जाती है। इन दिनों न’मा’ज पढ़ने का वि’शे’ष म’ह’त्व माना जाता है।

Coronavirus, Lockdown, Curfew, Ramzan Month, Appeal Regarding Ramadan 2020 Namaz - लॉकडाउनः हरियाणा और पंजाब में रमजान की नमाज घर पर ही अता करने अपील, एडवाइजरी जारी - Amar Ujala Hindi ...

र’म’जा’न को लेकर लोगों में बहुत सी ग’ल’त फ’ह’मी हैं जिनमें से एक आज आपको बताने जा रहे हैं.

लॉकडाउन के बीच होगी अलविदा जुमा की आमद, घर पर रहकर इस तरीके से पढ़ सकते हैं ये ख़ास नमाज़ - Ramzan how to pray namaz of alvida or last juma of

ग़’ल’त फ़े’ह’मी — कुछ लोग समझते हैं कि से’ह’री में आंख न ख़ुले और से’ह’री खाना छूट जाए तो रो’ज़ा नहीं होता.

जुमे की नमाज में फिर खलल, बांग्लादेशी कह नमाज पढ़ने से रोका - muslim men were stopped from doing namaz | Navbharat Times

सही म’स्अ’ला यह है: कि से’ह’री रो’ज़ा के लिए श’र्त़ नहीं यानि ज़रुरी नहीं आपने रात में रो’ज़े की नि’य’त कर ली थी यानि दिल में रो’ज़ा रखने का इरादा था फिर से’ह’री में आंख नहीं भी ख़ुली तब भी रो’ज़ा हो जायेगा, हाँ जा’न’बू’झ’क’र से’ह’री न करना अपने आपको अ’ज़ी’म सु’न्न’त से मे’ह़’रु’म करना है

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *