र’म’जा’न का महीना चांद के दी’दा’र के साथ शुरू होता है। साल 2021 में ये प’वि’त्र महीना 13 अप्रैल से शुरू हो चुका है। पहला रो’जा 14 घंटे 8 मिनट का होने की संभावना है। र’म’जा’न के महीने में मु’स्लि’म स’मु’दा’य के लोग रो’जा रखते हैं। सू’र्यो’द’य से लेकर सू’र्या’स्त तक भू’खे प्या’से रहकर अ’ल्ला’ह की इ’बा’द’त की जाती है। इन दिनों न’मा’ज पढ़ने का वि’शे’ष म’ह’त्व माना जाता है।
र’म’जा’न को लेकर लोगों में बहुत सी ग’ल’त फ’ह’मी हैं जिनमें से एक आज आपको बताने जा रहे हैं.
ग़’ल’त फ़े’ह’मी — कुछ लोग समझते हैं कि से’ह’री में आंख न ख़ुले और से’ह’री खाना छूट जाए तो रो’ज़ा नहीं होता.
सही म’स्अ’ला यह है: कि से’ह’री रो’ज़ा के लिए श’र्त़ नहीं यानि ज़रुरी नहीं आपने रात में रो’ज़े की नि’य’त कर ली थी यानि दिल में रो’ज़ा रखने का इरादा था फिर से’ह’री में आंख नहीं भी ख़ुली तब भी रो’ज़ा हो जायेगा, हाँ जा’न’बू’झ’क’र से’ह’री न करना अपने आपको अ’ज़ी’म सु’न्न’त से मे’ह़’रु’म करना है