मिस्र के परामिड दुनियाभर मे मशहूर हैं. इन पिरामिडों में समय समय पर कई सारी म’मी मिलती रहती हैं. म’मियों का मिलना पिरामिडों की उन कहानियों के बारे और ज्यादा उत्सुकता बढ़ा देते है जिनके बारें हम पढ़ते सुनते आए हैं। वह कहानियां हैं मिस्र के सम्राट तूतन’खामन की. बताते  हैं की 1922 में पिरामिड में एक ऐसी म’मी मिली थी जिसके बारें में दावा किया जाता है कि वह फराओं के राजा तूतनखामन की है. इसी म’मी के बारे में अवधारणा है कि यह एक शा’पित ममी है. एक खोज कार्यक्रम के तहत जब इस म’मी को  क’ब्र से निकाला गया तो कार्यक्रम की टीम के लोगो के साथ अजीब तरह की घटनाएं होने लगी और कुछ ही सालों के अंदर एक बाद एक सभी की रहस्म’य मौ’त हो गई.Image result for tutan khamum

दरअसल आज से 92 साल पहले साल 1922 में ऑर्कियो’लॉजिस्ट हॉव’र्ड का’र्टर ने मिस्र के सम्राट तूतन’खामन की क’ब्र को खोज निकाला था। बता दें कि तूतन’खामन की मौ’त एक बीमारी की वजह से 18 साल की उम्र में ही हो गयी थी और 3500 साल के बाद उनकी क’ब्र को दुनिया के सामने लाया गया था। आपको ये जानकार हैरानी होगी की कि तूतन’खामन की क’ब्र के चारों तरफ भारी मात्रा में बेशकीमती खज़ाना दबा हुआ था और इस चक्कर में लोग वहां लिखी हुई एक जरूरी चे’तावनी को नजरअंदाज कर दते थे।

Image result for tutan khamumबता दें कि इस मकबरे के दरवाज़े पर साफ़-साफ़ लिखा हुआ था कि जो कोई भी राजा तूतन’खामन की शांति को भंग करेगा उसे मौ’त का सामना करना पड़ेगा। लोगों ने इस चेता’वनी को हल्के में लिया लेकिन फिर शुरू हुआ मौ’त का सिलसिला जो थमने का नाम ही नहीं ले रहा था और एक-एक करके लोगों की मौ’त होनी शुरू हो गयी। आपको बता दें कि इस क’ब्र के खुलने के साथ ही आर्कियोलॉजिस्ट हॉवर्ड कार्टर की टीम के सदस्य मा’रे जाने लगे और इनमें सबसे पहला नाम लॉर्ड जॉर्ज कारनारवन का है जिन्होंने सबसे पहले तूतन’खामन की म’मी को छुआ था। चौंकाने वाली बात ये है कि करनारवन की मौ’त मच्छर के का’टने से हुई। इसी तरह टीम के कई अन्य सदस्यों की मौ’त भी हुई।

Image result for tutan khamumटीम के सदस्यों की लगातार हो रही मौ’तों के बाद हॉवर्ड कार्टर ने इस म’मी को दुबारा से उसी मक’बरे में दफ’नाने के लिए कहा इसके कुछ समय के बाद किसी रहस्य’मयी बीमा’री की वजह से हॉवर्ड कार्टर की भी मौ’त ही गयी, लोग ऐसा कहते हैं कि कार्टर को शायद इस म’मी के श्रा’प का एहसास हो गया था लेकिन इसके बावजूद भी हॉवर्ड इस श्रा’प से बच नहीं पाए और उन्हें जी अपनी जान गंवानी पड़ी। अपनी टीम में सबसे आखिर में हॉवर्ड कार्टर की मौ’त हुई थी। ऐसे में दुनिया के सामने ये बात आ चुकी थी कि तूतन’खामन के म’मी श्रा’पित है।