इ’ज’रा य’ल और ह’मा’स के बीच गा’जा में ल’ड़ा’ई रोकने को लेकर सी’ज’फा’य’र हो गया है.

इसके बाद वहां के नागरिकों ने म’स्जि’द अ’ल अ’क्सा में जीत की न’मा’ज अदा की है जिसके वीडियो सामने आ रहा है.

इ’ज’रा य’ल की सु’र’क्षा कै’बि’ने’ट ने 20 मई को मिस्र के सी’ज’फा’य’र प्रस्ताव को स’र्व’स’म्मति से मंजूरी दी. इ’ज’रा य’ली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सी’ज’फा’य’र 21 मई की सुबह 2 बजे से लागू हुआ हमास ने भी इसकी पुष्टि की है.

जहां तक सीजफायर की बात है प्रोफेसर पंत मानते हैं कि इसमें एक सप्‍ताह का समय लगा। उनके मुताबिक सीजफायर से पहले अमेरिका और इजरायल दोनों ही इस बात से आश्‍वस्‍त होना चाहते हैं कि हमास भविष्‍य में फिर दोबारा इस तरह के ह’म’ले की गलती न दोहरा सके। वो ये भी मानते हैं कि हमास ने जिस स्‍तर के हमले इ’ज’रा’य’ल में किए हैं उससे ये बात बेहद साफ हो गई है कि इसमें ईरान का हाथ है और वहां से उसको ह’थि’या’रों की खेप हासिल होती है। इजरायल समय रहते हमास के बड़े नेताओं को मा’र कर दो तरह से अपनी मजबूती को साबित करने की कोशिश में लगा है। इसमें पहली है कि इजरायल में राष्‍ट्रपति बेंजामिन नेतन्‍याहू का इस कार्रवाई के बाद समर्थन बढ़ गया है जो उनको आने वाले दिनों में राजनीतिक तौर पर फायदा करेगा।

दूसरा इस कार्रवाई से फलस्‍तीन पर भी असर जरूर पड़ेगा। वहीं फलस्‍तीन की बात करें तो वहां की चुनी हुई सरकार भी हमास को पसंद नहीं करती है। गौरतलब है कि हाल में गाजा में होने वाले चुनावों को फलस्‍तीन की सरकार ने आगे के लिए टाल दिया था। इसकी वजह कहीं न कहीं हमास की चुनावों में जीत की आशंका थी।

सी’ज’फा’य’र का ऐलान बाइडेन और मि’स्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के बीच हुई फोन पर बातचीत के कुछ घंटों बाद ही हो गया. मिस्र के अ’धि’का’री लंबे समय से इ’ज’रा’य’ल और हमास के बीच मध्यस्थता कर रहे थे. कतर और जॉर्डन के रा’ज’न’यि’कों के अलावा संयुक्त राष्ट्र भी इसमें जुटा था लेकिन मुख्य भूमिका मिस्र की ही रही है.

हमास की धरती पर इस समय जश्न मनाया जा रहा है चारों ओर खुशी का माहौल है. साथ ही विश्व भर में इस समझौते के बाद शांति का माहौल देखने की उम्मीद की जा रही है.