भारतीय क्रिकेट टीम ने श्रीलंका के खिलाफ 3 मैचों की टी20 सीरीज के पहले मैच में कमाल का प्रदर्शन किया।

भारत ने वनडे सीरीज को अपने नाम करने के बाद दूसरे टी20 मैच में भी मेजबान टीम को हराते हुए 1-0 की बढ़त बना ली है। भारतीय टीम ने पहले टी20 मैच में 38 रन से मुकाबला अपने नाम किया, टीम का हरफनमौला प्रदर्शन रहा।

पहले टी20 मैच में सूर्या ने खेली थी अर्धशतकीय पारी
कोलंबो में खेले गए पहले टी20 मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 164 रन का स्कोर खड़ा किया था। इस स्कोर के लिए सबसे ज्यादा योगदान युवा बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव का रहा। जिन्होंने वनडे सीरीज की फॉर्म को यहां भी जारी रखते हुए अर्धशतकीय पारी खेली।

सूर्यकुमार यादव ने कमाल की बल्लेबाजी की। जिसमें उन्होंने धीमी विकेट पर बढ़िया बल्लेबाजी करते हुए 34 गेंदों पर 5 चौके और 2 छक्कों की मदद से 50 रन बनाए। सूर्यकुमार यादव की पारी की बदौलत ही भारत श्रीलंका के सामने चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने में कामयाब रही। जिसके बाद लंका को केवल 126 रन पर आउट कर दिया।

पहले टी 20 मैच में भुवनेश्वर कुमार को उनकी गेंदबाजी के लिए चुना गया बेस्ट प्लेयर

सूर्यकुमार यादव की पारी के बाद भारतीय टीम के गेंदबाजों ने भी जबरदस्त प्रदर्शन किया। श्रीलंका के लिए ये स्कोर बनाना इतना ज्यादा मुश्किल नहीं था, लेकिन भारतीय टीम के गेंदबाज खासकर भुवनेश्वर कुमार ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए श्रीलंका को समेटने में खास भूमिका निभाई। भुवी ने 4 सफलताएं हासिल की।

भुवनेश्वर कुमार को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए पहले टी20 मैच में मैन ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया। लेकिन ये भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान को नागवार गुजरा। जहीर खान ने बताया कि इस मैच में सूर्यकुमार यादव प्लेयर ऑफ द मैच के सही हकदार थे।

जहीर खान ने कहा सूर्यकुमार यादव को मिलना चाहिए था मैन ऑफ द मैच

Suryakumar Yadav Posts Photo in Team India Colours and Twitterati Loves itभारत के पूर्व महान तेज गेंदबाज जहीर खान ने साफ शब्दों में क्रिक बज के साथ अपनी बात रखी जिसमें उन्होंने इस मैच में सूर्यकुमार यादव से नाइंसाफी की बात कही। जहीर खान ने कहा कि इस मुकाबले में मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड के हकदार सूर्यकुमार यादव थे।

सूर्यकुमार यादव ने मुश्किल पिच पर गजब के रन रेट से रन बनाए। सूर्यकुमार यादव ने अपनी पारी में 5 चौके, 2 छक्के लगाए और साथ ही 18 रन दौड़कर बनाए। मतलब इस बल्लेबाज ने बेहद ही कम डॉट गेंद खेलीं। मुश्किल पिच पर अच्छी बल्लेबाजी की वजह से मैं उन्हें मैन ऑफ द मैच का हकदार मानता हूं।

आपको बता दें कमेंट्री बॉक्स में अधिकतर पूर्व खिलाड़ी ही ये काम करते रहते हैं। लिहाजा मैन ऑफ मैच के लिए जो पैनल बनता है उसमें कमेंटेटर व वरिष्ठ खिलाड़ी होते हैं। ये लोग आपस में ही तय कर अंतिम रूप से फैसला देते हैं।