अब से कुछ दिनों के बाद प’वि’त्र माह रमजान की शुरुआत हो जाएगी. इस बार फिर ये रमजान को’रो’ना वा’य’र’स की आड़ में आया है. पूरी दुनिया को’रो’ना से परेशान है तो पड़ोसी मु’ल्क पाकिस्तान महंगाई की दोहरी मा’र झे’ल रहा है. को’वि’ड-19 के चलते जो अ’र्थ’व्’य’व’स्था चौ’प’ट हो चुकी थी उस पर महंगाई की भी त’ग’ड़ी चो’ट लगी है. कैसे इस बार रमजान में पाकिस्तान में महंगाई नागरिकों को ड’ब’ल टेंशन मिलने वाली है.
वर्ल्ड बैंक के विशेषज्ञों ने ड’रा’या
प्रधानमंत्री इमरान खान की लाख कोशिशों के बाद भी महंगाई काबू में नहीं आ रही है. इमरान ने इसी महंगाई के चलते अ’नि’र्वा’चि’त टे’क्’नो’क्रे’ट डॉक्टर अ’ब्’दु’ल हाफिज शे’ख को हटा दिया है.
उन्हें वि’त्त मं’त्रा’ल’य में अतिरिक्त भार सौंपा गया था. उन्हें पाकिस्तान की जमीनी हकीकत समझते हुए सरकार को सलाह देने का काम सौंपा गया था और गरीबों को रा’ह’त मिल सके, उस दिशा में भी सरकार को सुझाव देने थे.
पाकिस्तान में इस समय हर चीज के दाम आसमान छू रहे हैं, चाहे वो शक्कर हो या फिर आटा, कपास हो या फिर सब्जियां, हर चीज आम आदमी की पहुंच से बाहर नजर आने लगी है. इमरान सरकार की टें’श’न वर्ल्ड बैंक के वि’शे’ष’ज्ञों की तरफ से की गई टि’प्’प’णी के बाद और बढ़ गई है. वि’शे’ष’ज्ञों की मानें तो इस साल पाकिस्तान का नि’र्या’त और डूबेगा.
और बढ़ेगा पब्लिक लो’न
वर्ल्ड बैंक की तरफ से वर्तमान वि’त्’त व’र्ष में पाकिस्तान की ग्रो’थ रेट 1.3 फीसदी आंकी गई है जबकि सा’र्व’ज’नि’क कर्ज नए रिकॉर्ड पर पहुंचेगा.
वर्ल्ड बैंक का अनुमान है कि क’र्ज जी’डी’पी का करीब 94.4 फीसदी तक हो जाएगा. साल 2018 में जब इमरान की पा’र्टी पाकिस्तान त’ह’री’क-ए-इं’सा’फ (पीटीआई) ने स’त्’ता संभाली थी तो क’र्ज का यह आंकड़ा 72.5 फीसदी था. वहीं रा’ज’को’षी’य घा’टा 8.3 फीसदी पर ही रहेगा.
20 लाख लोग हुए और गरीब
कोविड-19 की वजह से देश में गरीबी भी बढ़ती जा रही है. साथ ही बे’रो’ज’गा’री में भी इजाफा हुआ है. इसके अलावा सबसे ज्यादा त’क’ली’फ उन लोगों को हुई है जिनकी वास्तविक आय कम हो गई है.
इन लोगों को सबसे ज्यादा मा’र झे’ल’नी पड़ रही है क्योंकि फिलहाल कोई सही स’मा’धा’न सरकार की तरफ से सुझाया नहीं गया है. वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि पाकिस्तान में 20 लाख लोग अं’त’र’रा’ष्’ट्री’य ग’री’बी रे’खा से नीचे आ गए हैं. उनके लिए एक दिन में 1.9 डॉलर तक ही कमा पा रहे हैं. वहीं 40 फीसदीद परिवार गं’भी’र खाद्य सु’र’क्षा से जूझ रहे हैं.
बिजली का बु’रा हाल
पाकिस्तान के अ’र्थ’व्य’व’स्था विशेषज्ञों के मुताबिक देश में इ’को’नॉ’मि’क ग्रो’थ कम है और महंगाई ज्यादा है. इमरान से पहले जब नवाज श’री’फ की पा’र्टी की सरकार थी तो उस समय ग्रो’थ ज्यादा थी और महंगाई कम थी. इस वर्ष पाकिस्तान की जी’डी’पी के 1.3 से 3 फीसदी तक बढ़ने की
संभावना जताई गई है.
खाने-पीने की चीजों से अलग बिजली के दामों में भी तेजी से इजाफा हुआ है. विशेषज्ञ कह रहे हैं कि जब तक सरकार इस से’क्’ट’र की तरफ ध्यान नहीं देगी तब तक कुछ नहीं हो सकता है.