एक वक्‍त था जब इरफान पठान और यूसुफ पठान टीम इंडिया के लिए एक साथ खेला करते थे.

हालांकि इरफान पठान ने टीम इंडिया के लिए पहले डेब्‍यू किया और उसके कुछ साल बाद यूसुफ पठान ने भी भारत के लिए क्रिकेट खेला. दोनों भाईयों ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बेहतरीन योगदान दिया है. अपने करियर के दौरान पठान भाईयों ने कई ऐसे कारनामें किए हैं जिसकी चर्चा आज भी होती है.

खासकर दोनों के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसका टूटना मुश्किल है. इरफान ने अपना डेब्यू साल 2003 में एडिलेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच खेलकर किया था. इसके अलावा अपना पहला वनडे इरफान ने 2009 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. वहीं बात करें टी-20 इंटरनेशनल की तो इरफान ने 2006 में अपना डेब्यू किया था.

इरफान ऐसे भारतीय क्रिकेटरों में गिने जाते हैं जिनका करियर समय रहते खत्म हुआ है. वहीं, बात करें यूसुफ पठान की तो उन्होंने अपना डेब्यू 2007 टी-20 वर्ल्डकप में किया था. वहीं वनडे में डेब्यू यूसुफ ने 2008 में ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ किया था. 2008 में आईपीएल का पहला सीजन खेला गया था.

पहले सीजन में यूसुफ पठान राजस्थान रॉय़ल्स (Rajasthan Royals) की टीम का हिस्सा थे. आईपीएल का पहला सीजन राजस्थान रॉयल्स की टीम ने जीता था. फाइनल में राजस्थान ने चेन्नई सुपरकिंग्स को 3 विकेट से हराया था.

Syed Mushtaq Ali Trophy Final: सिद्धार्थ की फिरकी में उलझा बड़ौदा, तमिलनाडु दूसरी बार चैंपियनफाइनल में यूसुफ पठान ने 22 रन देकर 3 विकेट लिए थे और साथ ही बल्लेबाजी के दौरान 39 गेंद पर 56 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी.

अपनी अर्धशतकीय पारी में यूसुफ ने 3 चौके और 4 छक्के जमाए थे. यूसुफ पठान के ऑलराउंडर परफॉर्मेंस के कारण राजस्थान रॉयल्स की टीम खिताब जीतने में सफल रही थी. शानदार परफॉर्मेंस के लिए मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया था.

भारतीय टीम में अब बड़ौदा के ही बाबा शफी पठान एंट्री करने की जद्दोजहद में लगे हुए है. बाबा शफी पठान ने 13 प्रथम श्रेणी मैचों में 20 विकेट, 17 लिस्ट ए मैचों में 19 विकेट और 16 टी 20 मैचों में 12 विकेट हासिल किये हैं. बाबा शफी पठान अब तक 9 छक्के जड़ चुके हैं.