करीब 1400 साल पहले इ,स्लाम धर्म की नींव पड़ी। इस्लाम के सबसे महान नबी पै,गंबर ह,जरत मु,हम्मद साहब ने 570 ईस्वी में सऊदी अरब के मक्का में जन्म लिया।
मु,हम्मद का अर्थ होता है जिसकी सबसे ज्यादा तारीफ की गई हो। इनके जन्म के कुछ समय बाद ही मां का दे,हां,त हो गया। जबकि इनके पिता इनके जन्म से पहले ही म,र चुके थे।
पै,गंबर साहब की परवरिश उनके चाचा अबू तालिब और दादा अब्दुल मुतालिब ने की। जब वो नौ साल के थे उन्होंने व्यापारिक यात्राएं शुरू की।
इस दौरान वह कई देशों के लोगों और उनके ध,र्मों से रूबरू होते थे। वे 52 साल (570-622) तक मक्का में रहे और उसके बाद मदीना चले गए जहां उन्होंने अपनी ज़िंदगी के बाकी साल गुजारे। मक्का-मदीना को पवित्र म,स्जिदों के लिए जाना जाता है।
मक्का मस्जिद उल हरम, बैथ उ,ल्लाह, सफा, मारवा जैसी पवित्र मस्जिदों के लिए मशहूर है। मक्का में तिजारत करने के बाद तीर्थयात्री मदीना जाते हैं।
मदीना वह स्थान है जहां पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब ने अपने जीवन के आखिरी दिन बिताए थे। यह दुनिया का दूसरा पवित्र इ,स्ला,मिक शहर है। दुनिया के प्रत्येक देश का मुस्लिम व्यक्ति मक्का और मदीना जैसी पवित्र जगह देखने का सपना संजोता है।