विश्व का प्रत्येक धर्म इन्सान को अच्छे काम करने के लिए प्रेरित करता है और सभी धर्म मानव को मानवता का संदेश देते हैं. इ,स्लाम धर्म की शुरुआत अरब से हुई और धीरे-धीरे यह धर्म पूरी दुनिया में फ़ैल गया. आज इस्लाम धर्म के अनुयायी विश्व के प्रत्येक कोने में बसे हुए हैं. इ,स्लाम धर्म के आखिरी प्रवर्तक हु,जूर मो साहब को माना जाता है.
आपको बता दें अंतिम पै,गम्बर को ईश्वर ने पूरी दुनिया के लिए पै,गम्बर बना कर भेजा. मुहम्मद साहब का जन्म 570 ईस्वी में मक्का में हुआ था उस समय अरब में जि,हालत, लू,टपाट चो,री ड,कैती आम बात थी लड़कियों को दिशा ये थी कि अगर किसी के घर में लड़की पैदा हो जाती तो उसको ज़िं,दा ही द,फन कर दिया जाता. लगभग 613 इस्वी के आसपास पै,गम्बर मुहम्मद साहब ने लोगों को अपने ज्ञान का उपदेशा देना आरंभ किया.
सन् 613 में आपने लोगों को ये बताना आरंभ किया कि उन्हें परमेश्वर से यह संदेश आया है कि ईश्वर एक है और वो इन्सानों को सच्चाई तथा ईमानदारी की राह पर चलने को कहता है. उन्होंने मू,र्तिपूजा का भी वि,रोध किया लेकिन मक्का के लोगों को ये बात पसन्द नहीं आई. हु,जूर ने फरमाया कि बु,रे मि,जाज वाला, ज्यादा खाने वाला, कं,जूस और ज्यादा माल जमा करने वाला त,कब्बुर करने वाला दो,ज़ख़ियो में से है ऐसे लोगों पर अ,ल्लाह का क,हर कभी भी ना,जिल हो सकता है.