आज के ज़माने में सभी लोगों को विशेषता युवा पीढ़ी जिसमे स्पोर्ट गाडियों को लेकर एक अलग क्रे’ज़ होती है। दुनिया के हर युवा का ये सपना होता है की अपने पास भी एक स्पोर्ट कार या स्पोर्ट बाइक हो।

Ferruccio Lamborghini | Celebrate | Xtreme Xperienceलेम्बो’र्गिनी एक ऐसी कार है जो पूरी दुनिया में मशहूर है लेम्बु’र्गिनी वा’ह’तू’क निर्माता कंपनी एक इ’टा’लि’य’न कार कंपनी है। जिसकी स्था’प’ना 30 अक्टूबर 1963 में हुई थी जिसके सं’स्था’प’क फा’रु’शि’यो ले’म्बो’र्गि’नी थे। इन्होनेही लेम्बोर्गिनी वा’ह’तू’क कंपनी की शुरुआत की थी।

फारुशियो लेम्बोर्गिनी
फारुशियो लेम्बोर्गिनी एक मेकेनिकल इंजीनिअर थे। फारुशियो लेम्बोर्गिनी 1940 में इटेलि‍यन रॉ’य’ल ए’य’र फो’र्स में चले गए। वहा पर वो एक मेकेनिक का काम करते थे। उधर काम करते करते उनको उस काम का अनुभव हो गया और वो “व्‍हीकल मेनटेनेंस यू’नि‍’ट” के सुपरवाइजर बन गए। फारुशियो लेम्बोर्गिनी इन्होने दूसरे वि’श्व’यु’द्ध के बाद एक गैराज खोला।

La vida de Ferruccio Lamborghini, al cine | Automóvil Online

लेम्बोर्गिनी ने देखा की दूसरे वि’श्व’यु’द्ध के बाद इटली में ए’ग्री’क’ल्‍’चर और इं’ड’स्‍’ट्रि‍’य’ल क्रां’ति‍ तेजी से बढ़ते जा रहे है। इसलिए लेम्बोर्गिनी ने खुद एक 6 सिलेंडर पेट्रोल इंजन वाला “कैरिओका” नाम का ट्रैक्टर बनाया। इस ट्रैक्टर से लेम्बोर्गिनी को बहुत बड़ी सफलता हासिल हुई। उसके बाद लेम्बोर्गिनी ने “लेम्बोर्गिनी ट्रटोरी” नाम की कंपनी खड़ी करदी उसमे उन्होंने ट्रेक्टर बनाना शुरू किया।

लेम्बोर्गिनी का बदला
लेम्बोर्गिनी को कार रेसिंग बहुत पसंद थी इसलिए इन्होने रेसिंग के प्रति‍ अपने पैशन को देखते हुए 1958 में फरारी 250 जीटी को खरीदा। ये कार दो सीटों वाली कार थी। ये कार उन्हें बहुत अच्छी लगी। लेकिन लेम्बोर्गिनी एक मैकेनि‍क होने के नाते उस कार में उन्होने पाया की कार तो अच्छी है लेकिन कार का आवाज़ बहुत ज्यादा है और करब सड़कों पर चलने लायक नहीं है और उसके इंटीरि‍यर क्‍लच को रीपेयर करने की जरूरत है।

ये वो दौर था जब फरारी कार पूरी दुनिया में अपना नाम कमा रही थी और लेम्बोर्गिनी के तब शुरुवाती दिन थे। उस समय मतलब 1960 के दशक में फरारी कंपनी दुनिया के सबसे बेहतर लग्‍जरी स्‍पोर्ट्स कारों को बनाने वालों में से एक थी। लेम्बोर्गिनी ने सोचा अपनी खामियों के बारेमे बताये जो उन्होंने अपनी कार “फरारी 250 जीटी” में देखा था।

फरारी एक बड़ा नाम था इसलिए इन्होने लेम्बोर्गिनी जैसे युवा टैक्‍टर मैकेनि‍क की बातोंको नज़रअंदाज़ कर दिया। एन्झो फरारी ने फारुशियो लेम्बोर्गिनी के बातों को नज़र अंदाज़ थो कर ही दिया। उसके बाद एन्झो फरारी ने लेम्बोर्गिनी के बातों को जवाब देते हुए कहा की प्रॉ’ब्‍’ल’म हमारे कार में नहीं ड्राइवर में है और उसके बाद उन्‍होंने ये भी कहा कि आप अपने ट्रैक्टर बि‍जनेस पर ध्यान दे आप को कार के बारे में कुछ नहीं पता।

ये सुनकर लेम्बोर्गिनी को बहुत बुरा लगा था उनकी बहुत ज्यादा बे’इ’ज़्ज़’ती हुई थी। इसलिए उनको बहुत बड़ा झ’ट’का लगा इस घ’ट’ना के बाद फारुशियो लेम्बोर्गिनी का स्पोर्टकार बनाने का इतिहास शुरू हुआ। एन्झो फेरारी का वो जवाब उनके लिए एक चुनौती बन गया था। लेम्बोर्गिनी ने अपने चुनौती को जितने के लिए कड़ी मेहनत करना शुरू किया और सिर्फ 4 महिनोमे उन्होंने 30 अक्टूबर 1963 में उन्होंने “Lamborghini 350 GTV” को लॉन्च किया। इस कार को लॉन्च करने के बाद उन्हें बहुत ही बड़ी सफलता मिल गयी।

फेरारी ने की बेइज्जती और उदय हुआ 'लेम्बोर्गिनी' का…इस कार को बड़ी सफलता मिली और फरारी को सबसे बड़ी टक्कर साबित हुई क्योंकि Lamborghini ने अपनी कारों की कीमत फरारी के बराबर रखी थी। क्योंकि उसकी मैन्युफैक्चरिंग सही थी जो खा’मि’या फारुशियो लेम्बोर्गिनी को फरारी 250 जीटी कार में लगी थी। उस खामियों को उन्होंने “Lamborghini 350 GTV” में पूरी करदी थी। इसके बाद इन्होने कार के इंजिन की क्षमता बढ़ाने के लिए 400 GT को पेश किया। आज स्पोर्ट्स कार के दुनिया में लेम्बोर्गिनी कार की एक अलग जगह है। जो आमिर लोगों के घर मे और सामान्य लोगों के सपनो मे बसी हुई है। इसलिए स्पोर्ट्स कार का नाम लेते ही सबसे पहला नाम आता है “Lamborghini” |

(historydekho से साभार)