किसी भी टेस्ट मैच को जीतने के लिए विपक्षी टीम को दो बार पवेलियन भेजना पड़ता है.
एक पारी में 10 विकेट यानी पूरे मैच में 20 विकेट आउट करना. इतने सारे विकेट लेने के लिए टीम के सभी गेंदबाजों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. लेकिन कभी सोचा है कि टीम का कोई एक ही गेंदबाज 20 में 19 खिलाड़ियों को अकेला आउट कर दे.
यह कल्पना नहीं हकीकत है. इस कारनामा को अंजाम दिया था इंग्लैंड के जिम लेकर ने. साल था 1956 और टीम थी ऑस्ट्रेलिया. मैनचेस्टर के मैदान पर खेले गए इस मैच में जिम लेकर जो इतिहास रचा दिया. एक ऐसा रिकॉर्ड जो पिछले 65 सालों में कोई नहीं तोड़ पाया है.इस मैच में इंग्लैंड ने पहली पारी में 465 रन बनाए, जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 84 रन पर सिमट गई. जिम लेकर ने 37 रन देकर 9 विकेट लिए. इसके बाद जब ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी खेलने उतरी तो लेकर ने 53 रन देकर सभी 10 विकेट झटक लिए. ऑस्ट्रेलिया की पारी 205 पर समाप्त हो गई. मैच इंग्लैंड ने पारी और 170 रन से जीता.
लेकर ने इस मैच में 90 रन देकर 19 विकेट लिए. यह एक टेस्ट में सर्वाधिक विकेट का रिकॉर्ड है. एक मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में इंग्लैंड के एसएफ बर्न्स (17 विकेट), भारत के नरेंद्र हीरवानी (16 विकेट), ऑस्ट्रेलिया के मैसी (16 विकेट) और श्रीलंका के मुरलीधरन (16 विकेट) शामिल हैं.
भारत के अनिल कुम्बले ऐसे दूसरे गेंदबाज हैं जिन्होने एक पारी में 10 विकेट लिए हैं. उन्होने 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ एक पारी में 10 औऱ दूसरी में 4 विकेट लेकर कुल 14 विकेट हासिल किए थे.